30 मोबाइल व आठ लैपटाप के साथ किया गिरफ्तार
यमुनानगर : थाना साइबर क्राइम की पुलिस टीम ने साइबर ठगी के नेटवर्क का किया भंडाफोड़। टीम ने बिहार के कटिहार में साइबर ठगी को अंजाम दे रहे 12 आरोपियों को 30 मोबाइल व आठ लैपटाप के साथ किया गिरफ्तार।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस अधीक्षक मोहित हाण्डा के मार्गदर्शन में कार्य करते हुए थाना साइबर क्राइम की पुलिस टीम ने कार्यवाही करते हुए वार्ड नंबर छह की पार्षद प्रीति जौहर से कूरियर भेजने के नाम पर साइबर ठगी करने के एक और आरोपी बिहार के गांव हारियो निवासी नीतिश कुमार को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। साइबर क्राइम थाना पुलिस की टीम ने उसे बिहार के कटिहार से गिरफ्तार किया। इससे पहले पुलिस ने गांव हारियो के ही सजीत कुमार को 19 मार्च को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद से ही इस केस में तफ्तीश चल रही थी।
थाना प्रबंधक नसीब सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस केस की तफ्तीश करते हुए साइबर क्राइम थाना के उप निरीक्षक महरुफ अली,नरेंद्र पाल सिंह, नवीन यादव,मुख्य सिपाही सुरेंद्र, गुरदीप की टीम बिहार गई। वहां पर कटिहार पुलिस के ज्वाइंट अभियान चलाया। टीम ने साइबर ठगी को अंजाम दे रहे 12 आरोपियों को पकड़ा गया। जिनके पास से 30 मोबाइल व आठ लैपटाप भी बरामद किए गए। इसमें ही कूरियर भेजने के नाम पर ठगी के केस में शामिल नीतिश को भी पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि बाकी 11 आरोपियों के खिलाफ कटिहार में एक अलग मामला दर्ज किया गया। जिन्हें आगे की जांच के लिए कटिहार पुलिस को सौंप दिया।
थाना प्रबंधक ने बताया कि पुलिस को दी शिकायत के अनुसार, सावनपुरी कालोनी निवासी प्रीति जौहर वार्ड नंबर छह से पार्षद हैं। उनके दो बचत खाता बैंक आफ इंडिया की शाखा में हैं। उन्होंने ब्लू डार्ट कोरियर कंपनी के माध्यम से हरिद्वार से कुछ सामान मंगवाया था। यह कोरियर उनके पास एक मार्च को आना था। दो मार्च को उनके मोबाइल पर वाट्सएप मैसेज व काल आया था। काल करने वाले ने उन्हें खुद को ब्लू डार्ट कंपनी का अधिकारी बताया और ट्रैक आइडी भी वैरिफाई कराई थी। इसके बाद पांच रुपये की राशि आनलाइन लिंक पर ट्रांसफर कराई। इस लिंक पर प्रीति जौहर ने अपने यूपीआइ से पांच रुपये ट्रांसफर कर दिए थे। इसके बाद उन्हें डिलिवरी ब्वाय का नंबर दिया गया। करीब एक घंटे बाद सामान कोरियर से प्राप्त हो गया। इस बीच उनके खाते से अलग-अलग छह बार में चार लाख 45 हजार 996 रुपये कट गए। यह पैसे कटने का पता लगते ही उन्होंने बैंक से स्टेटमैंट निकलवाई। इस स्टेटमैंट में एक मोबाइल नंबर था। जिस पर 40 हजार रुपये भी ट्रांसफर हुए थे। इस नंबर पर प्रीति जौहर ने काल किया तो उसने गाली गलौज की और धमकी दी थी। इस मामले में सात मार्च 2022 को साइबर क्राइम थाना पुलिस ने केस दर्ज किया था।