यमुनानगर : डीएवी कॉलेज फॉर गर्ल्स के प्रांगण में इन्क्यूबेशन, कौशल विकास व रोजगार सृजन सेल की ओर से कौशल विकास दिशा निर्देश व उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम (ईएपी) का आयोजन किया गया। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ मीनू जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम के सुचारू संचालन में डॉ अनीता मोदगिल, प्राध्यापिका विवेक व निशि ग्रोवर ने मुख्य भूमिका निभाई। ऍमसीएसई निदेशक , एनआईटीएच, यमुनानगर, रमन चावला व कार्यक्रम समन्वयक, हरियाणा राज्य, एनआईईएसबीयूडी, कौशल विकास व उद्यमिता मंत्रालय, भारत सरकार, शोभित मैथानी कार्यक्रम के मुख्य वक्ता रहे।
रमन चावला ने प्रिंसिपल डॉ मीनू जैन द्वारा स्किल डेवलपमेंट कोर्सेज को अपने कॉलेज में शुरू करने के निर्णय की सराहना की व विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा की भारत एक विकासशील देश है जिसे विकसित बनाने में आपका एक विचार आपको आत्मनिर्भर व दुसरो को रोजगार देने में मदद कर सकता है। दूसरे देशो का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा की वहां बचपन से ही हुनर विकसित करने का चलन है इसीलिए हमारी सरकार भी आज की युवा पीढ़ी में हुनर विकसित करने के लिए अग्रिम कदम उठा रही है । सरकार द्वारा संचालित अनेक योजनाओ की जानकारी देते हुए उन्होंने विद्यार्थियों को अपने कौशल को विकसित करने की प्रेरणा दी। अनेक स्टार्टअप के उदाहरण देकर प्रेरित करते हुए कहा कि डिग्री आपको नौकरी दिला सकती है परन्तु तरक्की आपको अपने हुनर व कौशल के जरिये ही प्राप्त होगी।
शोभित मैथानी ने उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम (ईएपी) की जानकारी देते हुए बताया की किसी भी बिजनेस को शुरू कर के हम आत्मनिर्भर बन सकते है व देश को आगे बढ़ा सकते है इसके लिए सरकार द्वारा चलाई गयी अनेक योजनाएं है जिनमे लाखों रुपयों की धनराशि की सहायता लोन के रूप में शामिल है। अब तक मध्यम वर्गीय परिवारों में केवल नौकरी करने का ही चलन है किन्तु अब हमे अपनी सोच बदल कर कुछ नया करने की जरुरत है। आज के युवा को अपने कौशल को पहचानने व अपने दृष्टिकोण को मजबूत करने की जरुरत है युवाओ को अपने लक्ष्य से न भटकने की प्रेरणा देते हुए उन्होंने विद्यार्थियों की शंकाओ का भी निवारण कि