एनआईए ने किया है गिरफ्तार टेरर मॉडल के संचालक होने का है संदेह
बिहार: झारखंड और बिहार के एनआई ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए मोतिहारी के पूर्वी चंपारण में शनिवार की सुबह छापेमारी की। एनआईए पटना और झारखंड के रांची की टीम ने मोतिहारी जिले के चकिया थाना क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई की है। जिला पुलिस के सहयोग से एनआईए ने चकिया के कुअवां गांव में छापेमारी कर तीन लोगों को हिरासत में लिया है।
हालांकि, एनआईए ने किस मामले में कार्रवाई की है, यह स्पष्ट नहीं किया है। वही कयास लगाया जा रहा है कि एनआईए ने झारखंड और बिहार में पीएलएफआई के टेरर मॉडल पर अंकुश लगाने के लिए यह कार्रवाई की है। पूर्व से गिरफ्तार रियाज की जानकारी पर उक्त कार्रवाई की गई है।
एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने प्रेस को बताया, पटना और झारखंड रांची एनआईए की टीम ने जिला पुलिस के सहयोग से चकिया में छापेमारी की है। एनआईए तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। एनआईए ने जिला पुलिस से सहयोग मांगा था, किस मामले में छापेमारी हुई है, उसका स्पष्ट कारण बताना मुश्किल है।
गौरतलब हो कि पटना के फुलवारी शरीफ मामले में चकिया का रियाज भी नामजद है और वह एनआईए की गिरफ्त से बाहर है। रियाज भी चकिया के कुअवां का रहने वाला है, जहां शनिवार सुबह एनआईए ने छापेमारी कर तीन लोगों को हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए तीनों का नाम बताने से पुलिस परहेज कर रही है। पटना फुलवारी शरीफ टेटर मॉड्यूल मामले में चकिया का रियाज भी नामजद है। वह काफी समय से एनआईए की गिरफ्त से बाहर है। इस बार भी एनआईए ने जहां छापेमारी की है, वह रियाज का गांव कुअवां है। इससे कुछ महीने पहले एनआईए ने रियाज के घर पर पहुंचकर तलाशी ली थी, वहां से कई संदिग्ध दस्तावेजों को जप्त कर अपने साथ ले गई थी। उसके बाद रियाद से लगातार एनआईए पूछताछ करती रही है ।उस पूछताछ और टेरर मॉडल के संभावित घटना की जानकारी मिलने पर पुनः जांच को लेकर छापेमारी की गई है।