एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि गुजरात में हाल में हुए विधानसभा चुनाव में जीत कर आये 22 फीसदी विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं। इनमें से सबसे ज्यादा जीते भाजपा के 156 में से 26 विधायक हैं जबकि कांग्रेस के 17 विधायक हैं। रिपोर्ट से यह भी जाहिर होता कि गुजरात की विधानसभा इस बार करोड़पति विधायकों से भरी है और कुल 182 चुने गए विधायकों में 151 करोड़पति हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि चुने गए 22 फीसदी अर्थात 40 विधायकों ने अपने हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की जानकारी भरी है। वैसे 2017 की विधानसभा में 47 विधायक के खिलाफ आपराधिक मामले थे। विधायकों के मुताबिक
तीन उम्मीदवारों पर हत्या के प्रयास जबकि एक के खिलाफ भादंसं की धारा 376 के तहत बलात्कार का मामला भी दर्ज है।
इस रिपोर्ट के मुताबिक 40 में 29 विधायकों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले बताए हैं। यह गंभीर अपराधों में वे मामले शामिल हैं जो गैर-जमानती हैं। इनके तहत अधिकतम पांच या अधिक वर्ष की सजा का प्रावधान है। ऐसे मामलों में मारपीट, हत्या, अपहरण, बलात्कार जैसे मामले हैं।
चुनाव में जीते 17 कांग्रेस विधायकों में से 14 और भाजपा के 156 विजेताओं में से 132 ने एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति बताई है। भाजपा के विधायकों में प्रति विधायक औसत संपत्ति 17.15 करोड़ रुपये है।
उधर 17 कांग्रेस विजेताओं के लिए संपत्ति का आंकड़ा 5.51 करोड़ रुपये प्रति विधायक है। जीते तीन निर्दलीय और समाजवादी पार्टी के इकलौते विधायक ने एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है।
सबसे अमीर विधायक की बात करें तो यह श्रेय भाजपा के जयंतीभाई पटेल को जाता है। उनकी संपत्ति ₹661 करोड़ से अधिक है। भाजपा के सबसे कम संपत्ति वाले विधायक कोंकणी मोहनभाई ढेडाभाई हैं जिनकी कुल संपत्ति 18.56 लाख रुपये है।